बाइड्यानाथ बसंत कुसुमाकर रस (स्वर्णयुक्त)
बाइड्यानाथ बसंत कुसुमाकर रस एक हर्बल उपचार है, जिसका उपयोग मूत्र संबंधी समस्याओं और उच्च रक्त शर्करा के स्तर को दूर करने के लिए किया जाता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य और स्थिर करने, शरीर की शक्ति को बहाल करने, और उत्साह, जीवन शक्ति और ताकत को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह हृदय और मस्तिष्क की दुर्बलता, मधुमेह (मधुमेह मेलिटस और इंसिपिडस), मूत्र संक्रमण, यौन दुर्बलता, क्षय रोग, अस्थमा और सामान्य कमजोरी में फायदेमंद हो सकता है। इस फार्मूला में स्वर्ण भस्म, चांदी भस्म, तांबा भस्म, नाग भस्म, लोहा भस्म, अभ्रक भस्म, प्रवला भस्म, मुक्ता भस्म और रसा सिंदूर शामिल हैं।
बाइड्यानाथ बसंत कुसुमाकर रस के उपयोग और लाभ:
- मधुमेह और मूत्र पथ के विकारों का प्रबंधन करने में सहायक, जैसे कि पॉलीयूरिया।
- सामान्य दुर्बलता या कमजोरी से निपटने में मदद करता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और समग्र ऊर्जा को बढ़ाता है।
- जीवनशक्ति बढ़ाने और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर।
मुख्य सामग्री:
- स्वर्ण भस्म
- चांदी भस्म
- तांबा भस्म
- नाग भस्म
- लोहा भस्म
- अभ्रक भस्म
- प्रवला भस्म
- मुक्ता भस्म
- रसा सिंदूर
उपयोग की दिशा-निर्देश: बाइड्यानाथ बसंत कुसुमाकर रस (स्वर्णयुक्त) की एक गोली दिन में एक या दो बार, preferably भोजन के बाद लें। उपयोग करने से पहले एक स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श करें।
(ध्यान दें: यह सामग्री केवल जानकारी के उद्देश्य से है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी उत्पाद का उपयोग करने से पहले हमेशा एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लें।)
सावधानी संबंधी जानकारी:
- बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- ठंडी और सूखी जगह में स्टोर करें।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।